Kamal Dhaka
जाट भाइयो को राम राम---
जब कल्याण सिंह यूपी के मुख्यमंत्री थे तो जाट बीजेपी की ओर बड़ी संख्या में मुड़े थे, उस समय यूपी में 13 जाट विधायक अकेले बीजेपी से थे और उनमे 3/4 मंत्री थे ,कुल जाट विधायक यूपी में 20 तक रहे हैं
अब पिछली बार का आंकड़ा देखिये, जाट लगभग सभी बीजेपी को छोड़कर इधर उधर बिखर गए और वर्तमान में मात्र 4 जाट विधायक यूपी विधानसभा में हैं कुल 403 में से,
इस बार भी बीजेपी ने 15 टिकट जाटों को दिए हैं जाट समाज चाहे तो उन्हें जिता दे और चाहे तो हरवा दे, जिताएंगे और बीजेपी यूपी में सत्ता में आई तो जाट पश्चिम उत्तर प्रदेश में हिन्दुओ के सिरमौर होंगे और सत्ता आपके कदम चूमेगी।
हरवा दिया तो आपको कुछ भी हासिल नही होगा।।
क्या उन्हें जितवाओगे जिन्होंने कवाल में सगे भाइयो की हत्या के आरोपियों के विरुद्ध कोई कार्यवाही न करने का उपर से आदेश दिया था????
जिन्होंने आपके सैंकड़ो युवाओ पर फर्जी मुकदमे दर्ज करवाए थे???
या उन्हें जितवाओगे जिन्होंने अपनी सरकार में वेस्ट यूपी में सबसे ज्यादा एससी एसटी एक्ट लगवाए थे और स्वर्गीय महेंद्र सिंह टिकैत को भी नही बख्शा था???
जिन जेहादियो ने आपके विरुद्ध जहर भरी तकरीरें की थी और आपके ही रालोद का टिकट ले आए,
क्या उन्हें जितवाओगे?????
विदेशी साजिश से बने संगठन युनयनिस्ट मिशन नामक संगठन की जहरीली विचारधारा पर यकीन करने से पहले सोच लो तुम्हारे इस आचरण से स्वर्ग में बैठी हुई वीर गोकुल की आत्मा विलाप कर रही होगी जो मामूली किसान होते हुए भी शक्तिशाली ओरंगजेब के द्वारा मथुरा में कृष्ण मन्दिर ध्वस्त करने पर उससे भिड़ गए थे और हिंदुत्व की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी।
याद रखिये भाइयो कि इस बार भी पिछली बार की तरह दुष्प्रचार में आकर बीजेपी का बहिष्कार किया तो बमुश्किल 4 से 5 जाट भाई ही विधानसभा पहुंच पाएंगे,
और बुरा मत मानिए ऐसा हुआ तो जाट समाज उत्तर प्रदेश से पूरी तरह अप्रासंगिक हो जाएगा,हालाँकि सर्व हिन्दू समाज का भी इससे मनोबल ध्वस्त हो जाएगा।
जाट समाज और अन्य सभी किसान बिरादरी ताकतवर रहे यह वेस्ट यूपी में हिन्दू अस्तित्व के लिए बेहद जरूरी है।
यूँ अलगाव की भावना से आप न हिन्दू के करीब रहोगे न मुस्लिम के...
निर्णय आपका है जैसा आप चाहें....!